सीडीएस के दौरे से भारत-फ्रांस के लंबे समय से चले आ रहे संबंध हुए और मजबूत, इन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान फ्रांस का दौरा करके भारत लौट आये हैं। उनके इस दौरे ने भारत और फ्रांस के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की है। साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत किया है। जनरल अनिल चौहान ने फ्रांसीसी अंतरिक्ष कमान तथा लैंड फोर्सज कमांड का दौरा किया।
पीटीआई, नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान फ्रांस का दौरा करके भारत लौट आये हैं। उनके इस दौरे ने भारत और फ्रांस के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की है। साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत किया है।
जनरल अनिल चौहान ने फ्रांसीसी अंतरिक्ष कमान तथा लैंड फोर्सज कमांड का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने इकोल मिलिटेयर (मिलिट्री स्कूल) में सेना और संयुक्त स्टाफ कोर्स के सैन्य छात्र अधिकारियों को संबोधित किया।यात्रा के दौरान सीडीएस ने सैन्य उपकरणों और उच्च प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए फ्रांस के आयुध महानिदेशालय के जनरल प्रतिनिधि इमैनुएल चिवा से मुलाकात की।
Chief of Defence Staff, General Anil Chauhan has concluded a comprehensive visit to France. @DefenceMinIndia says that the visit has reaffirmed the continued long-standing strategic partnership between India and France, and further reinforced the bilateral defence cooperation… pic.twitter.com/OGxpZ9SESK— All India Radio News (@airnewsalerts) April 28, 2024
जनरल अनिल चौहान ने भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की क्षमताओं के निर्माण के उद्देश्य से डसॉल्ट एविएशन, सफ्रान और नेवल ग्रुप सहित कई फ्रांसीसी रक्षा कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की। यह बातचीत जनरल चौहान की फ्रांस की लगभग एक सप्ताह लंबी यात्रा के दौरान हुई।
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने फ्रांस की व्यापक यात्रा की, जिसने भारत और फ्रांस के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की है। उनकी बातचीत में फ्रांस से 26 राफेल जेट और तीन स्कार्पीन पनडुब्बियां खरीदने की भारत की योजना पर चर्चा हुई। पिछले साल जुलाई में रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी रूप से निर्मित विमान वाहक आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए फ्रांस से 26 राफेल जेट की खरीद को मंजूरी दी थी।